शेषशायी नारायण भगवान मंदिर – श्रीश्रीनारायणपुरम्, शहादा
आपको यह जानकर अत्यंत हर्ष होगा कि महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले में स्थित शहादा तहसील शीघ्र ही भारत देश की एक महान धार्मिक पहचान बनने जा रही है।
यहाँ पर भगवान विष्णु का एक दिव्य तीर्थ निर्माणाधीन है,
जिसमें विराजमान होंगे —
भारत का अनूठा तीर्थ,
११ फुट ऊँचे पंचधातु से निर्मित शेषशायी नारायण श्रीविग्रह के साथ
विश्व का सबसे भव्य भगवान विष्णु मंदिर।
संत श्री लोकेशानंद जी महाराज
संत श्री लोकेशानंद जी महाराज ने युवावस्था में ही श्री नारायण भक्ति पंथ (SNBP) की स्थापना की।
उनका जीवन मिशन –
- भक्तों को भक्ति और संस्कार की दिशा देना
- आध्यात्मिक जागरण फैलाना
- व्यसनमुक्त समाज बनाना
उनके मार्गदर्शन से अनेकों लोगों ने अपना जीवन बदला, व्यसन त्यागा,
संस्कार अपनाए और नारायण भक्ति में आगे बढ़े।
शेषशायी नारायण भगवान मंदिर
शेषशायी नारायण भगवान मंदिर शहादा, नंदुरबार (महाराष्ट्र)
आपको यह जानकर हर्ष होगा कि महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले में स्थित शहादा तहसील भारत देश की एक बहुत बड़ी धार्मिक पहचान बनने जा रही है।
यहाँ पर भगवान विष्णु का दिव्य तीर्थ निर्माणाधीन है, जिसमें विराजमान होंगे —
शेषशायी नारायण।
पंचधातु की यह ठोस श्रीमूर्ति 11 फ़ुट ऊँची होगी, जिसका भार 21 टन (21,000 किलोग्राम) होगा।
यह विश्वविक्र्रम के रूप में दर्ज होने वाला विश्व का पहला श्रीविग्रह होगा।
लगभग दो लाख वर्ग फुट क्षेत्र में मंदिर का निर्माण किया जा रहा है।
इसमें लगभग 15 हज़ार टन पत्थर का उपयोग किया जाएगा।
पत्थरों पर अद्भुत आकृतियों को उकेरा जा रहा है।
मूर्ति सहित मंदिर के निर्माण में लगभग 60 करोड़ रुपये का व्यय होगा।
अनेकों भक्तों द्वारा लक्ष्मीपति श्रीनारायण की सेवा में तन, मन और धन से सेवा अर्पित की जा रही है।
हमारा ध्येय और कार्यक्षेत्र
श्री नारायण भक्ति पंथ का प्रचार-प्रसार
संत श्री लोकेशानंद जी महाराज के उपदेशों का प्रसार
शेषशायी नारायण भगवान मंदिर निर्माण
वैदिक शिक्षा और संस्कार सभाएँ
शेषशायी नारायण भगवान फोटो
पक्षीराज गरुड़ प्रसाद निर्माण
मंदिर का निर्माण विशेष प्रकार के पीले पत्थर से किया जा रहा है, जिसकी शिल्पकला अत्यंत भव्य एवं वैभवशाली है। इस प्रसाद में भगवान विष्णु के चौबीस दिव्य अवतार विभिन्न देवताओं सहित सुंदर एवं आकर्षक रूप में दृष्टिगोचर होंगे।
निर्माण कार्य में आधुनिक सी.एन.सी. मशीन की तकनीक का उपयोग किया जा रहा है, साथ ही विश्वकर्मा कुल के श्रेष्ठ एवं अनुभवी शिल्पकार अपनी उत्कृष्ट कारीगरी से इस दिव्य निर्माण को साकार कर रहे हैं।
हमारे प्रेरणास्रोत
भक्ति
नारायण के प्रति अटूट प्रेम और विश्वास
संस्कार
समाज में शांति, अनुशासन और सदाचार का प्रसार
सेवा
गौसेवा, योग शिविर, पर्यावरण सुरक्षा, व्यसन मुक्ति अभियान
शेषशायी नारायण भगवान मंदिर
मंदिर महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले में, मध्यप्रदेश और गुजरात की सीमा के पास स्थित है।
यह स्थान धार्मिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र एवं मनोहारी है।
- विश्व का पहला 21 टन वजनी पंचधातु शेषशायी नारायण श्रीविग्रह
- लोहे का उपयोग किए बिना, पूर्णतः पत्थर से निर्मित
- अद्भुत शिल्पकला और सूक्ष्म नक्काशी का अनोखा संगम
- पर्यावरण अनुकूल निर्माण एवं सनातन परंपरा का प्रतीक
श्रीनारायण भक्ति पंथ(SNBP)
मंदिर निर्माण हेतु आप अपनी सेवाएँ या सहयोग राशि
श्री नारायण भक्ति पंथ (SNBP) को प्रेषित कर सकते हैं।
बैंक विवरण
खाता नाम : श्री नारायण भक्ति पंथ
बैंक: बैंक ऑफ इंडिया
खाता संख्या : 069120110000106
आई.एफ़.एस.सी. कोड : BKID0000691
शाखा : लोंखेड़ा, (ताल. शहादा जिला. नंदुरबार, महाराष्ट्र)
हमसे जुड़ने के लिए संपर्क करे
“धर्म, सेवा और साधना के पथ पर चलकर जीवन में नई ऊर्जा और शांति का अनुभव करें। आज ही जुड़कर अपने जीवन को सकारात्मक दिशा दें।”

